True love's always have a great





ये कहानी एक गाँव का है, जहाँ बहुत सारे घर थे । उन्हीं घरों में से एक "ललन" का घर था । उस घर में ललन के साथ उसके सारे परिवार रहते थे ।


ललन का जन्म इसी गाँव में हुआ था । ललन अपनी द्सम वर्ग तक पढ़ाई - लिखाई अपने गाँव में रहकर किया । जैसे ही ओ द्सम वर्ग उतीर्ण हुआ तो, ओ उच्च शिक्षा प्राप्त के लिए अपने गाँव से शहर रोजाना जाता था । जब वो उच्च शिक्षा पर्याप्त लिया । 

तो उसका माता - पिता ने उसके बिना पूछे उसके शादी गाँव की एक लड़की से  तय कर दिये । ओ अपने माता - पिता के बात ताल नहीं  इस लिए वो (ललन), उस लड़की से शादी के लिए राजी हो गया । शादी के कुछ ही दिनों बाद शहर में एक बड़ा सेठ 'शेखर' ने एक प्रितियोगता रखा जिसमे एक ईमान के रूप में दस करोड़ (ten crore ) था । इस प्रितियोगता में दूर दूर से सब लोग भाग लेने आए हुए थे उन्ही में से ये एक "ललन" भी था । अब बारी थी, प्रितियोगता आरंभ होने की जब शुरू हुआ तो सब के बरी-बरी से नंबर आए । अंत में "ललन" के नंबर आए ललन के आते ही सब हँसने लगे क्यू की ओ छोरा गाँव का था, उसका रहन-शहन, बोल-चाल सब गाँव का था । इस लिए सब हस रहे थे, जब प्रतियोगता का अंत हुआ । अब बारी था, प्रतियोगता का प्रतिफल का उसमे सबसे ऊपर का नाम था, ओ ललन का था । ललन के तो होस-ठिकाना नहीं रहा । 


लेकिन ओहि बैठी ये लड़की जो प्रतियोगता हार चुकी थी, उसको जलन होने लगा, और वह ललन से सारे पैसे अपना लेना चाहती थी, जो ललन को मिला था, इनाम के रूप में, उस बेचारे ललन को ओ लड़की ने उसे शराब की नसें दे दी और उस पर 'रेप' का झूठा इल्जाम लगा कर उसने शादी का प्रस्ताव रखि । बेचारा ललन उसे शादी के लिए राजी हो गया । जब ये खबर ललन के गाँव में पहुची की ललन फिर से शादी कर लिया, तो ग्राम पंचायत के अध्य्क्ष (मुखिया) ने सभा का आयोजन किया, और उसी समय ललन को शहर से बुलाया गया । तब ललन ने कहा जो मेरी पहली शादी हुआ था । जो मेरे मेरे मर्जी के खिलाफ हुआ है, पर जो मैं अभी शादी किया हूँ, ओ मेरे मर्जी से हुआ है । तो मुखिया ने दोनों पक्षो को बात सुनकर ये फैसला किया कि ललन की सरी सम्पति की मालिक उसके पहले पत्नी और ललन दूसरे पत्नी के साथ रहे गा । लेकिन ललन की दूसरी पत्नी उसके सम्पति लेने आई थी, ललन को लगा ओ मुझस प्यार करती है, और ललन अपनी पहली पत्नी से प्यार नहीं करता था ।

फिर आचनक से ललन की तबियत खराब हो गया, डॉक्टर ने बोला ललन की दोनों किडनी खराब है । इसका बचना मुश्किल है, तभी उसके पहले पत्नी और दूसरी पत्नी ने ये बात सुनी तो, दूसरी पत्नी बोली जो मर रहा उसे मरने दो हमको इसे कोई मतलब नहीं हैं, क्यू की इसको तो ललन की दौलत से प्यार था । ना की ललन से, तभी पहली पत्नी ने अपनी सारी सम्पति ललन के नाम कर दी और अपना दोनों किडनी ललन को देने की पैशला कर की, क्यू की ओ ललन से प्यार करती थी न की ललन की दौलत से इस लिये ओ ललन की अपनी दोनों किडनी को देकर उसका जीवन दान देदी और खुद मौत की नींद सो गई  ।
इस कहानी से आपको क्या शिक्षा मिली आप हमें comment box me बताए।

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